थक गया हूं, अब मरना चाहता हूं... चंडीगढ़ के ASI ने खुद को दी खौफनाक मौत, सुसाइड नोट लिखा- पत्नी को लाश के पास न आने देना, कोई रोना मत
Chandigarh ASI Suicide in Ambala
Chandigarh ASI Suicide in Ambala: चंडीगढ़ पुलिस के एक ASI ने बेहद ही खौफनाक कदम उठाया है। एएसआई ने जहर खाकर खुद की जिंदगी खत्म कर ली। एएसआई की लाश अंबाला के मुलाना थाना एरिया में मिली है। मौके पर पहुंची स्थानीय पुलिस ने एएसआई की लाश कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। पुलिस की तरफ से एएसआई के परिवार और चंडीगढ़ पुलिस को सूचित किया गया है। मृतक एएसआई की पहचान राकेश कुमार के रूप में हुई है। बताया जाता है कि, वर्तमान में राकेश की तैनाती चंडीगढ़ पुलिस लाइन में थी।
एएसआई राकेश ने सुसाइड नोट छोड़ा
जानकारी के अनुसार, एएसआई राकेश ने मरने से पहले सुसाइड नोट छोड़ा है। पुलिस ने एएसआई राकेश के पास से वो सुसाइड नोट बरामद कर लिया है। सुसाइड नोट में एएसआई राकेश ने पत्नी से विवाद की कहानी बयां की है। इसके साथ ही अपनी उधारी का भी जिक्र किया है। राकेश यह बता गया है कि, उसे कितने लोगों का उधार देना है। फिलहाल, एएसआई राकेश का पूरा सुसाइड नोट बेहद मार्मिक है। राकेश ने लिखा- वह अब थक गया है और अब मरकर आराम करना चाहता है. वह हंसता हुआ मरेगा। उसके मरने पर कोई भी रोए न और उसकी लाश के पास उसकी पत्नी को न आने दिया जाए। जय हिंद सर जी...
एएसआई राकेश का पूरा सुसाइड नोट कुछ ऐसा
सुसाइड नोट में राकेश कुमार ने लिखा- मैं अपनी पत्नी संतोष व उसके ताऊ के लड़के रमेश कुमार से तंग आकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर रहा हूं। मेरी पत्नी संतोष के रमेश कुमार के साथ अवैध संबंध हैं। मैंने उन दोनों को रंगे हाथ पकड़ा था। कोई भी आदमी मरते हुए झूठ नहीं बोलता। मैं हंसता हुआ मरना चाहता हूं। कोई भी मेरे मरने पर न रोए। जय हिंद सर जी,
एएसआई राकेश ने आगे लिखा- कोई भी यह गलत कदम न उठाए। कोई भी आदमी इतनी बदजली से जान न दे। लेकिन मैं थक लिया और अब मैं आराम करना चहता हूं। मैं अपनी पत्नी संतोष व रमेश से बहुत परेशान था और किसी को परेशान न किया जाए। पुलिस किसी को परेशान न करे। मेरी मौत के जिम्मेदार सिर्फ संतोष व रमेश हैं। इन दोनों को मेरी लाश के पास भी न जाने देना।
एएसआई राकेश ने सुसाइड नोट में अपनी उधारी का भी जिक्र किया और जानकारी दी कि उसने किसी जसबीर के 8 हजार व समपुरण के 10 हजार रुपए लिए हैं। उसने गांव के अनिल के 50 हजार रुपए ले रखे हैं। राजेश दहिया से 1.20 लाख रुपए भी उधार के तौर पर ले रखे हैं। 4 हजार रुपए अजय, एक हजार रुपए सुमेश, 100 रुपए अनूप और 600 रुपए संदीप से ले रखे हैं। इसके अलावा उसके नाम एक बोलेरो कार है। जो उसके भाई ने अपने पैसों की खरीद रखी है। लेकिन उसने बोलेरो पर अपने नाम लोन करवा रखा है। एएसआई राकेश ने कहा कि, मरने के बाद मेरा कोई भी पैसा मिले तो वो इनका हुआ। पुलिस किसी को परेशान न करे।
सोनीपत का रहने वाला था राकेश, 1991 में चंडीगढ़ पुलिस में भर्ती हुआ
मृतक एएसआई के बड़े भाई राजीव ने बताया कि, राकेश सोनीपत के गांव भठ्ठ का निवासी है और 1991 में चंडीगढ़ पुलिस में भर्ती हुआ था। रविवार सुबह उसे सूचना मिली कि उसके भाई ने जान दे दी है। उसकी लाश बाइक समेत मुलाना थाना के अंतर्गत मिली है। पुलिस ने लाश पोस्टमार्टम के लिए रखवा दी है। पुलिस ने यह भी जानकारी दी कि, राकेश के पास से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है।
राजीव ने आगे बताया कि, साल 1996 में उसके भाई राकेश की जिला पानीपत के गांव मांडी निवासी संतोष के साथ शादी हुई थी। राकेश के 2 बच्चे हैं। बड़ा बेटा साहिल (23) पिछले 2 साल से कनाडा में है। छोटा बेटा कर्ण अपनी मां संतोष के साथ हैदरपुर (दिल्ली) रहता है। राकेश और उसकी पत्नी में अवैध सम्बन्धों के शक में विवाद चल रहा था. दोनों अलग-अलग थे। संतोष कोर्ट में केस करके राकेश से खर्चा ले रही थी।